Author name: Ranjan Kumar

I am a teacher and certified health and nutrition counsellor. I have more than 10 years of experience in the education sector and health and nutrition fields. Education/Qualification:- I have done graduation and post graduation from Delhi University and B.Ed from MDU. Apart from this, I have also done many other courses.

कामयाबी पाने के लिए क्या करें?

सीखें हारे हुए व्यक्ति से। जानें कैसे 0 से 1200 करोड़ तक का सफ़र तय किए। कामयाबी पाना कोई एक दिन का काम नहीं है, बल्कि यह एक सफर है जिसमें लगातार मेहनत, सही दिशा और सकारात्मक सोच की जरूरत होती है। नीचे कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कदम दिए गए हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी जिंदगी में सफलता पा सकते हैं: 1. लक्ष्य तय करें (Set Goals) सबसे पहले, आपको यह जानना जरूरी है कि आप क्या पाना चाहते हैं। अपने लक्ष्य स्पष्ट और मापने योग्य (specific and measurable) बनाएं। अगर आप अपना लक्ष्य लिख लेते हैं, तो उसे हासिल करने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, “मैं अमीर बनना चाहता हूं” के बजाय “मैं अगले 5 सालों में अपना खुद का घर खरीदना चाहता हूं” जैसा एक ठोस लक्ष्य बनाएं। 2. योजना बनाएं (Make a Plan) एक बार जब आपका लक्ष्य तय हो जाए, तो उसे पाने के लिए एक विस्तृत योजना (detailed plan) बनाएं। अपने बड़े लक्ष्य को छोटे-छोटे कदमों में बांटें। यह आपको यह जानने में मदद करेगा कि आपको क्या और कब करना है। हर दिन, हर हफ्ते और हर महीने के लिए छोटे लक्ष्य निर्धारित करें। 3. लगातार सीखते रहें (Keep Learning) सफल लोग कभी सीखना बंद नहीं करते। अपनी जानकारी और कौशल को लगातार बढ़ाते रहें। नई किताबें पढ़ें, ऑनलाइन कोर्स करें, या किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह लें। सीखना आपको समय के साथ बेहतर और कुशल बनाता है। 4. मेहनत और अनुशासन (Hard Work and Discipline) कामयाबी का कोई शॉर्टकट नहीं होता। आपको अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार मेहनत करनी होगी। इसके लिए अनुशासन (discipline) बहुत जरूरी है। अपने बनाए हुए नियमों का पालन करें और आलस्य को खुद पर हावी न होने दें। 5. सकारात्मक सोच रखें (Maintain a Positive Attitude) आपकी सोच आपके काम पर बहुत असर डालती है। हमेशा सकारात्मक सोच रखें। जब भी कोई चुनौती आए, उसे एक अवसर के रूप में देखें, न कि बाधा के रूप में। अपनी विफलताओं से सीखें और आगे बढ़ें। 6. स्वास्थ्य का ध्यान रखें (Take Care of Your Health) एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ दिमाग रहता है। अच्छी सेहत के बिना आप अपने काम पर ठीक से ध्यान नहीं दे पाएंगे। इसलिए, रोज कसरत करें, पौष्टिक खाना खाएं और पूरी नींद लें। 7. समय का सही उपयोग करें (Manage Your Time Well) समय सबसे कीमती चीज है। अपने समय का सही से इस्तेमाल करना सीखें। उन कामों को प्राथमिकता दें जो आपके लक्ष्य के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। अपने दिन को व्यवस्थित करें और अनावश्यक कामों में समय बर्बाद न करें। इन सभी बातों का ध्यान रखकर आप निश्चित तौर पर कामयाबी के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। याद रखें, कामयाबी रातों-रात नहीं मिलती, इसके लिए धैर्य और निरंतर प्रयास की जरूरत होती है।

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🥗 DIP Diet क्या है?

DIP Diet एक ऐसा आहार नियम है जिसे भारतीय डॉक्टर डॉ. विश्वरूप रॉय चौधरी ने लोकप्रिय बनाया है। इसका पूरा नाम है: Discipline, Intermittent Fasting, Plant-Based Diet। यह डाइट मुख्य रूप से शरीर की प्राकृतिक सफाई (डिटॉक्स), वजन घटाने और बीमारियों से मुक्ति दिलाने के लिए बनाई गई है। 🧠 DIP Diet के मुख्य सिद्धांत 🕒 DIP Diet प्लान – एक दिन का उदाहरण समय क्या खाएं सुबह 5–11 बजे सिर्फ मौसमी फल (एक बार में एक ही प्रकार) जैसे – पपीता, तरबूज, आम, केला आदि।दोपहर 11–3 बजे सलाद (खीरा, टमाटर, गाजर, मूली आदि) और हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, धनिया आदि)शाम 3–7 बजे नारियल पानी, जूस (घर पर निकाला हुआ), अंकुरित अनाजरात 7 बजे के बाद कुछ नहीं खाएं, सिर्फ पानी पीएं ✅ DIP Diet के फायदे ❌ DIP Diet में क्या न खाएं? दूध, दही, पनीर चाय, कॉफी पैकेज्ड स्नैक्स पकी हुई चीज़ें (जितना हो सके) बासी खाना दाल, चावल, रोटी (कम से कम शुरू के 7–21 दिन तक) 🔍 क्या DIP Diet सुरक्षित है? अगर आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। हालांकि, यह डाइट पूरी तरह नेचुरल और बिना दवा के शरीर को सुधारने पर आधारित है। ✍️ निष्कर्ष DIP Diet कोई फैंसी डाइट नहीं है, बल्कि यह हमारे पूर्वजों के प्राकृतिक जीवनशैली से प्रेरित है। इसका उद्देश्य है शरीर को खुद ठीक करने की शक्ति देना। यदि आप गंभीरता से इसे अपनाते हैं, तो यह आपकी सेहत, त्वचा, मानसिक स्थिति और जीवनशैली को चमत्कारी रूप से सुधार सकता है।

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हरे वाली मूंग दाल (छिलके सहित) खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं।

✅ हरे मूंग दाल खाने के फायदे (सबूतों सहित): ❗ ध्यान रखें:

हरे वाली मूंग दाल (छिलके सहित) खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं। Read More »

जानें Social Media से income कैसे किया जा सकता है?

🤑”YouTube” से पैसे कैसे कमाए? आज के डिजिटल युग में YouTube सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि कमाई का बेहतरीन जरिया बन चुका है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि YouTube से पैसे कैसे कमाए, तो यह लेख आपके लिए है। यहाँ हम स्टेप-बाय-स्टेप बताएंगे कि एक YouTube चैनल शुरू करके आप लाखों रुपये प्रति महीने कैसे कमा सकते हैं। ✅ 1. YouTube चैनल कैसे शुरू करें? 🎥 2. वीडियो कैसे बनाएं? 🔑 3. YouTube से पैसे कमाने के तरीके 🧲 (1) YouTube Partner Program (Adsense) 🤝 (2) Sponsorship 🛍️ (3) Affiliate Marketing 🎁 (4) Brand Deals और Promotions 👥 (5) YouTube Memberships और Super Chat 📈 4. कितनी कमाई हो सकती है? 💡 कुछ जरूरी टिप्स 🔚 निष्कर्ष (Conclusion) YouTube एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है जिससे आप ना सिर्फ अपनी पहचान बना सकते हैं, बल्कि अच्छी खासी कमाई भी कर सकते हैं। शुरुआत में थोड़ी मेहनत लगेगी, लेकिन अगर आप लगातार अच्छे कंटेंट बनाते रहेंगे, तो सफलता ज़रूर मिलेगी। 📌 संबंधित पोस्ट:

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सूखे मेवे (Dry Fruits) खाने का सही तरीका

सूखे मेवे या ड्राई फ्रूट्स हमारे शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। इनमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज तत्व (minerals), और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। लेकिन इनका सेवन सही तरीके और मात्रा में करना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि ज़रूरत से ज्यादा सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि ड्राई फ्रूट्स खाने का सही तरीका क्या है, कब खाना चाहिए, कितनी मात्रा में खाना चाहिए, और किन लोगों को कौन-से ड्राई फ्रूट्स से परहेज़ करना चाहिए। ड्राई फ्रूट्स क्या होते हैं? ड्राई फ्रूट्स वे फल होते हैं जिनमें से पानी की मात्रा निकाल दी जाती है ताकि उन्हें लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सके। इन्हें दो मुख्य वर्गों में बांटा जाता है: ड्राई फ्रूट्स खाने का सही समय 1. सुबह खाली पेट ड्राई फ्रूट्स का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट माना जाता है। इस समय शरीर की पाचन क्षमता सबसे अधिक होती है, जिससे सूखे मेवों में मौजूद पोषक तत्वों का अवशोषण अच्छे से होता है। 2. वर्कआउट से पहले वर्कआउट या योग से पहले ड्राई फ्रूट्स खाना एनर्जी बूस्टर का काम करता है। इससे शरीर को ताजगी और स्टैमिना मिलता है। 3. दोपहर या शाम के नाश्ते में अगर आप शाम को कुछ हेल्दी खाना चाहते हैं तो ड्राई फ्रूट्स एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। यह आपको ज्यादा खाने से बचाएगा और पेट भरा-भरा महसूस होगा। ध्यान दें: रात को ड्राई फ्रूट्स खाना कुछ लोगों के लिए भारी पड़ सकता है, खासकर जिनकी पाचन क्रिया कमजोर होती है। ड्राई फ्रूट्स खाने का सही तरीका 1. भिगोकर खाना (Soaked Dry Fruits) कुछ ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, अखरोट, किशमिश आदि को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे इनमें मौजूद एंजाइम्स एक्टिव हो जाते हैं और शरीर इन्हें अच्छे से पचा सकता है। 2. तुलना अनुसार मात्रा में खाएं ड्राई फ्रूट्स अत्यंत पौष्टिक होते हैं, लेकिन इनमें कैलोरीज़ भी अधिक होती हैं। इसीलिए सीमित मात्रा में खाना जरूरी है। ड्राई फ्रूट प्रतिदिन अनुशंसित मात्रा बादाम 5–6 नग अखरोट 1–2 नग काजू 4–5 नग पिस्ता 4–5 नग किशमिश 5–7 नग (भिगोकर) अंजीर 1–2 नग (भिगोया हुआ) 3. भोजन में शामिल करें ड्राई फ्रूट्स को आप अपनी डाइट में विभिन्न तरीकों से शामिल कर सकते हैं: ड्राई फ्रूट्स के लाभ किसे कितना और कौन-से ड्राई फ्रूट्स नहीं खाने चाहिए? 1. डायबिटीज़ के मरीज उन्हें किशमिश, खजूर और अंजीर जैसी मीठी चीज़ों से परहेज करना चाहिए या डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें। 2. वजन घटाने वाले लोग काजू और खजूर जैसे हाई कैलोरी ड्राई फ्रूट्स से दूरी बनाएं या कम मात्रा में सेवन करें। 3. एलर्जी या पाचन समस्या वाले लोग अगर किसी को ड्राई फ्रूट्स से एलर्जी है, तो पूरी तरह बचें। पेट में गैस या एसिडिटी की समस्या हो तो भिगोकर खाना अधिक उचित है। ड्राई फ्रूट्स से जुड़ी कुछ सावधानियाँ निष्कर्ष (Conclusion) ड्राई फ्रूट्स शरीर के लिए अत्यंत पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और अगर इन्हें सही समय, सही मात्रा और सही तरीके से खाया जाए तो ये संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। सुबह खाली पेट भिगोकर खाया गया बादाम या अखरोट, दिनभर आपको ऊर्जावान रखता है। हालांकि, इनका सेवन सोच-समझकर करना जरूरी है क्योंकि “अति सर्वत्र वर्जयेत” — हर चीज़ की अति हानिकारक होती है। इसलिए संतुलन बनाए रखें, अपने शरीर के अनुसार ड्राई फ्रूट्स का चुनाव करें और उन्हें अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करें — स्वास्थ्यमय जीवन के लिए।

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‘जीभ’ को ‘तालु’ से लगाने पर मिलेंगे ये गजब के फायदे, मात्र 1 मिनट में दिखने लगेगा लाभ

भारत ही नहीं बल्कि आज पूरे विश्व भर में ऐक्यूप्रेशर पद्धति का बोल बाला है । आज दावों का सेवन करने बेहतर लोग योग, प्राणायाम और ऐक्यूप्रेशर को अपनाने में फायदा समझते हैं और सही भी है आखिर दवाओं का सेवन हमारे शरीर को खराब करता है । इन दूसरे उपायों को अपनाने से हमारा शरीर और स्वास्थ्य अच्छा भी रहता है और बाकी कई बीमारियाँ हमारे शरीर को छु कर भी नही निकाल पाती है ।आज हम बात करने जा रहे हैं कुछ योग क्रियाओं के बारे में जिनको अपना कर आप कई बीमारियों से निजात पा सकेंगे । आज के अंक में हम बात करने जा रहे हैं एक खास योग क्रिया के बारे में जिसके बारे में जानकार आपको हैरानी होगी की मात्र एक मिनिट से आपको 3 तरह के जबर्दस्त फायदे हो सकते हैं । जी हाँ आपको खुद के ,लिए सिर्फ 1 मिनिट का समय निकालना है और आप पायेगे की कुछ दिनों में ही आपके स्वास्थ्य में फरक पड़ने लगा है और इसका असर आपके शरीर पर पड रहा है । आइये जानते हैं इस बारे में कुछ खास । आपको बहुत ज्यादा कुछ नही करना है आपको करना बस इतना सा है की आपको अपनी जीभ से अपने तालु को छूना है और फिर साँस लेनी है। जिन लोगो को रात में नींद नहीं आती यह उपाय करने से उनको अच्छी नींद आ जाएगी। ऐसे साँस लेते हुए आपको थोड़ा अजीब लगेगा पर विश्वास करें इस व्यायाम से बहुत लाभ मिलेगा। इसका शक्तिशाली प्रभाव सीधा आपके स्वास्थ्य पर पड़ेगा।इसको करने का तरीकाअपनी जीभ की नोक से अपने तालु को छुए और ऐसे ही साँस लें। फिर अच्छी तरह से अपने फेफड़ों की साँस को बाहर निकालें। अपनी नाक से साँस लें फिर चार तक गिने फिर अपनी साँस रोक लें सात तक गिने। एक लंबी साँस ले और अपना मुह साँस से फुला लें फिर आठ की गनती तक मुह से सीटी की आवाज़ निकालें। इस प्रक्रिया को चार बार दोहराएं। • इस प्रक्रिया को रोज़ाना दो तीन महीनों तक लगातार किया जाए तो शरीरिक क्रिया विज्ञान की मदद से आपको बहुत से महत्वपूर्ण बदलाव देखनें को मिलेंगे।• यह शरीर के तनाव से छुटकारा पाने और आराम करने के लिए मदद करता है। • बता दे कि यह आपके पाचनतंत्र को ठीक करता है और हृदय की धड़कनो को कम करता है. इसके साथ ही आपके रक्तचाप को भी धीमा करता है । • गौरतलब है, कि यदि आपको रात को सोने में परेशानी होती है, तो ये तरीका जरूर अपनाएँ । • इसके अलावा इस व्यायाम के लिए आपको किसी भी दवाई की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस व्यायाम के लिए बस आपको अपनी जीभ और अच्छे से साँस लेने की योग्यता आनी चाहिए । • यह अदभुत तरीका डॉ.एंड्रीयू वैल के द्वारा खोजा गया है। यह आसान-सा तरीका आपके तांत्रिक तंत्र को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने मे मदद करता है।

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बढ़ते उम्र के साथ इच्छाओं का मर जाना।

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, मैंने महसूस किया है कि मेरे जीने के दिन अब उतने नहीं बचे जितने मैंने जी लिए हैं। इस अहसास ने मेरे जीवन में कई बदलाव ला दिए हैं: अब किसी प्रतिस्पर्धा में नहीं हूँ और जीवन को सरलता से जीता हूँ। यह जान गया हूँ कि जीवन दूसरों को खुश रखने से नहीं, बल्कि अपने अंदर के आनंद को पहचानने से संतोष मिलता है।हर पल को पूरी तरह जीने की कोशिश करता हूँ, क्योंकि अब यह समझ आ गया है कि जीवन अमूल्य है और यहाँ कुछ भी स्थायी नहीं है। आंतरिक शांति के लिए मानवता की सेवा, जीव दया और प्रकृति से जुड़कर जीने लगा हूँ। यह महसूस हो गया है कि अंततः सब कुछ यहीं रह जाना है, और हमारे साथ केवल प्रेम, आदर और मानवता ही जाएगी। देर से ही सही, लेकिन अब मुझे जीना आ गया है। 😊

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जागरूकता क्या है ?

जागरूक शब्द का अर्थ है सचेत होना,जानकार होना या ध्यान देना। यह किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थिति के प्रति सजग रहने की अवस्था को दर्शाता है। जागरूकता के विभिन्न संदर्भ। जागरूकता का महत्व: जागरूकता के महत्व को विस्तृत समझ: जागरूकता कैसे बढ़ाएं? जागरूक व्यक्ति के लक्षण स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता: राजनीतिक जागरूकता: अधिकारों के प्रति जागरूकता: शिक्षा के प्रति जागरूकता: निष्कर्ष: उपरोक्त सभी तथ्यों को देखते हुए कहा जा सकता है कि जागरूक एक बहुत ही महत्वपूर्ण एवं व्यापक अवधारणा हैं। जिसके अनेकों पहलू है, जिसे जानना समझना एक व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है,एक जागरूक व्यक्ति ही अपने परिवार, समाज,गावं तथा देश को सही दिशा दे सकता है। अतः एक जागरूक व्यक्ति एवं नागरिक बने।

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